इससे पहले वाले अध्याय में हमने जाना की हथेली में सूर्य रेखा कहाँ स्थित होती है और उसके पहचान क्या होती है। इसके आलावा उसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन के किस क्षेत्र में कैसा होता है। इस अध्याय में जानेंगे कि हस्त रेखा विज्ञान के अनुसार सूर्य रेखा का प्रारंभ स्थल कौन-कौन सा हो सकता है और साथ ही जानेंगे कि सूर्य रेखा के प्रारंभ होने की स्थिति के आधार पर व्यक्ति का स्वाभाव और उसके जीवन पर इसका क्या प्रभाव होता है।
आइये बात करते हैं हस्त रेखा विज्ञान में सूर्य रेखा का प्रारंभ स्थल और उसके प्रभाव अर्थात् सूर्य रेखा का किस पर्वत या रेखा से आरम्भ होने पर क्या-क्या गुण-दोष देखने को मिलते हैं और क्या व्यक्ति के जीवन पर इसका क्या असर होता है।
# सूर्य रेखा का भाग्य रेखा से प्रारंभ होने पर सूर्य-रेखा भाग्य रेखा के अवगुणों को दबा देती है और ऐसे व्यक्ति को खुद से बुद्धि विवेक से सफलता मिलती है और ऐसे व्यक्ति हमेशा निजी क्षेत्र में, प्रतियोगी परीक्षाओं और खेल में विशेष सफलता प्राप्त करते हैं।
# सूर्य रेखा का मंगल पर्वत से शुरू होना व्यक्ति को स्वावलंबी बनाती है ऐसा व्यक्ति अत्यधिक स्वाभिमानी, जिद्दी होने के साथ ही आत्मविश्वासी होता है। अगर व्यक्ति को किसी कार्य के लिए उकसाया जाये या वह खुद विचार कर ले कि इस कार्य में मुझे सफलता प्राप्त होगी तो वह उस कार्य को किसी न कसी तरीके से पूरा कर के सफल होता है।
# मस्तिष्क रेखा से सूर्य रेखा का प्रारंभ होने पर व्यक्ति के किसी कार्य में अड़चन खुद के कारण या किसी अन्य व्यक्ति के कारण आता है परिणामस्वरूप समय पर निर्णय नहीं हो पाता। ऐसे व्यक्ति को निर्णय लेने से पहले खुद को परिस्थितियों के अनुसार समायोजित कर लेना और तत्पश्चात काम को शुरू करना चाहिए। इससे व्यक्ति को सफलता मिल सकती है। ऐसे व्यक्तियों को विशेष रूप से 35 वर्ष की उम्र के आसपास सफलता मिलती है।
# हृदय रेखा से सूर्य रेखा का प्रारंभ होने पर व्यक्ति प्रतिभाशाली और सुखद वैवाहिक जीवन का संकेतक होती है। ऐसे लोगों को अपने उद्देश्यों में सफलता अवश्य रूप से प्राप्त होती है। ये अपना क्षेत्र खुद ही बनाता है और उसके अनुसार अपनी बौद्धिक शक्ति अथवा प्रतिभा का उपभोग करता है और उनका सफल होना तय होता है चाहे वह देर से ही हों परन्तु असफल नहीं होते।
# चन्द्र पर्वत से सूर्य रेखा का प्रारंभ होने पर व्यक्ति के जीवन में सफलता किसी बाहरी सहयोग से प्राप्त होती है अर्थात ऐसे व्यक्ति को किसी स्त्री या पुरुष का सहयोग अपने काम में अवश्य रूप से प्राप्त होता है ऐसा व्यक्ति भाग्यशाली और प्रतिष्ठित श्रेणी में गिना जाता है।
# जीवन रेखा से सूर्य रेखा का प्रारंभ होना इस बात को दर्शाता है कि व्यक्ति गुप्त विद्याओं और कला के क्षेत्र में विशेष रूप से सफलता का भोगी होगा। वह सामाजिक दृष्टि से बहुत ज्यादा लोकप्रिय और स्वावलम्बी होता है और ऐसा व्यक्ति स्वयं के कर्मो से धन, यश और मान-सम्मान प्राप्त करता है।
# मणिबंध से या मणिबंध के पास से प्रारंभ होने वाली सूर्य रेखा यदि भाग्य रेखा के समानांतर चले तो इसे अतिउत्तम माना जाता है व्यक्ति के हाथों में सूर्य रेखा की इस प्रकार की स्थिति होने पर व्यक्ति हर क्षेत्र में सफल रहता है। व्यक्ति को समाज में, राजनीति में, राज्य या व्यवसाय में विशेष रूप से मान, यश और प्रतिष्ठा मिलती है।
# शुक्र पर्वत से शुरू होने वाली सूर्य रेखा वाला व्यक्ति का जन्म धनवान परिवार में होता है और वह हर क्षेत्र में सुरक्षा प्राप्त करता है। विवाह या प्रेम-सम्बन्धो के बाद उसको धन और सफलता प्राप्त होती है।
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