हस्त रेखा विज्ञान में रेखाओं द्वारा जीवन में घटने वाली घटनाओ का लगभग समय निश्चित किया जा सकता है। परन्तु ऐसा देखा गया है कि रेखाओं के आधार पर किस आयु में कौन-सी घटना किस समय घटित होगी, इस सम्बन्ध में भविष्यवाणी करने विद्वानों में अलग-अलग मत पाए जाते हैं। अगर आपके पास कोई गुप्त शक्ति है तो आप निश्चित समय और आयु बता सकते है अपने ज्ञान के आधार पर। लेकिन यदि आपके पास कोई गुप्त शक्ति नहीं है तो हमेशा अनुमानित समय और आयु बतलाना चाहिए। हस्त रेखा विज्ञान में रेखाओं से आयु गणना करने में हमेशा सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
यहाँ पर भाग्य-रेखा से आयु के बारे में निर्णय और गणना विधि के बारे में बात करने वाले हैं। भाग्य रेखा, जहाँ पर मस्तिष्क रेखा को कट करती है वो स्थान व्यक्ति की आयु के 35वें वर्ष का स्थान दर्शाता है। अतः भाग्य-रेखा को मस्तिष्क रेखा तक 35 वर्षों में विभाजित कर देना चाहिए और शेष रेखा की लम्बाई को औसत आयु के अनुसार विभाजित करना चाहिए। इसके लिए आप सफेद धागे का उपयोग कर सकता है।
एक सेफ धागा लें और उसे भाग्य रेखा के शुरू के स्थान से मस्तिष्क रेखा तक की लम्बाई का कट कर लें और फिर इस धागे को कलम की सहायता से चित्र में बताये अनुसार आयु विभाजित कर निशान बना लें और तत्पश्चात आयु गणना करें।
इसी तरह धागे का उपयोग सभी रेखाओं की गणना में किया जा सकता है। व्यक्ति की सम्पूर्ण औसत आयु के अनुरूप रेखाओं को विभाजित कर लें फिर उपर्युक्त विधि के आधार पर धागे का उपयोग कर के आयु की गणना करें और जीवन में कब घटनायें घटित होने की सम्भावना है यह बताएं।
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