Hand Introduction

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हस्त परिचय
(Hand Introduction)


जैसा की हम जानते हैं कि हस्त रेखा विज्ञान में हथेली का परीक्षण किया जाता है अतः इस परीक्षण के लिए ये जानना आवश्यक है कि हथेली में किस किस बात का निरिक्षण किया जाता है इसके लिए सबसे पहले हस्त परिचय (Hand Introduction) जानते है अर्थात हथेली के किन किन भागों की सहायता से हाथों का परीक्षण करते हैं।

हस्त रेखा विज्ञान में हथेली की सहायता ली जाती है और इसमें हाथ को दो भागों में बांटा गया है-

1. अंगुलियाँ व अंगूठा

2. हथेली


1. अंगुलियाँ व अंगूठा (Fingers and Thumb) – एक हाथ में चार अंगुलियाँ और एक अंगूठा होता है इनके ऊपरी सिरे पर नाख़ून होते हैं। अँगुलियों के नाम इस प्रकार होते है जो अंगूठे के पास वाली अँगुली होती है उसे तर्जनी कहते हैं तर्जनी के पास की अँगुली को मध्यमा उसके बगल में अनामिका और सबसे छोटी अँगुली को कनिष्ठिका कहा जाता है।

प्रत्येक अँगुली तीन हिस्सों में होती है जिन्हें पोर या पर्व कहते हैं सबसे ऊपरी भाग जो नाखून के पास होता है उसे प्रथम पर्व उसके नीचे मध्य भाग को द्वितीय पर्व और सबसे नीचे वाले भाग को जो हथेली के ऊपर होता है उसे तृतीय पर्व कहते हैं। किसी भी हाथ में पर्व की लम्बाई और मोटाई समान नहीं होती।

इसी प्रकार अंगूठे के भी तीन भाग होते हैं सबसे ऊपर वाले भाग को ऊर्ध्व भाग उसके नीचे मध्य भाग और सबसे नीचे वाले भाग को अधो भाग कहा जाता है।

2. हथेली (Palm) – अँगुलियों के तृतीय पर्व या अँगुलियों की जड़ों से ले कर हाथ की कलाई तक के भाग को हथेली कहा जाता है। हथेली के सबसे निचले हिस्से को मणिबंध कहा जाता है।

हस्त रेखा विज्ञान में हथेली को विभिन्न भागों में बांटा गया है और हथेली में मुख्य रूप से सात (७) रेखाएँ और कुछ छोटी-छोटी रेखाएँ होती हैं जिन्हें गौण रेखाएँ कहते हैं।


हस्त रेखा विज्ञान में हथेली के भागों के नाम


इन भागों को पर्वत या क्षेत्र कहा जाता है इन पर्वतों के नाम ग्रह-नक्षत्र के आधार पर रखे गए है जो निम्न प्रकार हैं - 

1. गुरु पर्वत
2. शनि पर्वत
3. सूर्य पर्वत
4. बुद्ध पर्वत
5. मंगल प्रथम पर्वत
6. मंगल द्वितीय पर्वत
7. शुक्र पर्वत
8. चन्द्र पर्वत
9. राहू पर्वत
10. केतु पर्वत
11. प्लूटो पर्वत
12. हर्षल या नेपच्यून पर्वत


हस्त रेखा विज्ञान में हथेली की रेखाओं के नाम

1) ह्रदय रेखा
2) मस्तिष्क रेखा
3) जीवन रेखा
4) भाग्य रेखा
5) सूर्य रेखा
6) स्वास्थ्य रेखा
7) विवाह रेखा
8) अन्य रेखाएँ या गौण रेखाएँ
     a) मंगल रेखा
     b) अतीन्द्रिय ज्ञान रेखा
     c) चन्द्र शुक्र रेखा
     d) राहू रेखा
     e) संतान रेखा
     f) गुरु एवं शनि मुद्रिकाएँ
     g) यात्रा रेखा
     h) शुक्र मेखला आदि


तो ये था हस्त परिचय इसमें आपने जाना कि हाथ में क्या क्या होता है जिनकी सहायता से हस्त रेखा विज्ञान में अध्ययन किया जाता है और हस्त परीक्षण में इनका उपयोग किया जाता है इन सभी के बारे में विस्तारपूर्वक अध्ययन आगे के अध्याय में करेंगे।


 

Author : Read Rife

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