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Palmistry in short-2

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हस्त रेखा शास्त्र संक्षेप में-३
(Palmistry in short-2)


इसके पहले वाले अध्याय में हमने हस्त रेखा शास्त्र संक्षेप में के पेज १ में जाना कि इसकी सहायता से कैसे आप short में इसको सीख सकते हैं और सही परिणाम दे सकते हैं। इसके आलावा हस्त-परीक्षा के नियम और स्वास्थ्य हाथ की पहचान के बारे में भी पिछल अध्याय में बताया गया है।

यह अध्याय पिछले अध्याय के ही आगे का भाग है उसमे रेखाओं व पर्वतों के मुख्य संयोग का यह दूसरा पॉइंट है "व्यवसाय से धनलाभ व्यक्ति को कौन-कौन से कामों से होगा व रेखाओं और पर्वतों की कैसी स्थिति बनने पर क्या प्रभाव होगा।


व्यवसाय से धनलाभ
(Profit from Business)


# व्यवसायी (Businessman) –

- बुध पर्वत का प्रबल होना।

- अँगुलियों की लम्बाई हथेली से अधिक होना।

- कनिष्ठिका और अंगूठे का लम्बा और साथ ही उनका पहले पोर का भी लम्बा होना।

- भाग्य रेखा से किसी शाखा का बुध पर्वत तक पहुँचाना।

- सूर्य-रेखा, भाग्य-रेखा व मस्तिष्क-रेखा का दोषमुक्त होना। 

# वैज्ञानिक (Scientist) – 

- बुध पर्वत का प्रबल और उस पर चार-पांच स्पष्ट रेखाओं का होना।

- जीवन-रेखा से एक रेखा का गुरु पर्वत पर जाना और एक रेखा का चन्द्र पर्वत को छूना।

- भाग्य-रेखा व सूर्य-रेखा का स्पष्ट और सुन्दर दिखना।

# चिकित्सक (डॉक्टर) – कुछ स्थितियां जिनमे व्यक्ति चिकित्सक होता है।

- शुक्र, चन्द्र व गुरु पर्वतों का उन्नत होना।

- बुध पर्वत का उन्नत होने के साथ उस पर तीन छोटी खड़ी रेखाएँ होना।

- सूर्य रेखा प्रबल हो, बुध पर्वत पर तीन खड़ीं रेखाएँ होना और साथ ही चन्द्र क्षेत्र का उन्नत होना इस बात का संकेतक है कि व्यक्ति फिजीशियन होगा।

- सूर्य-रेखा प्रबल, बुध पर्वत पर तीन खड़ीं रेखाएँ और साथ ही उन्नत मंगल पर्वत होने पर व्यक्ति सर्जन होता है।

- सूर्य-रेखा, हृदय-रेखा व मस्तिष्क-रेखा का प्रबल होना।

- अँगुलियों की प्रथम गाँठ का पुष्ट होना। 

# कलाकार (Artist) –

- सूर्य पर्वत व सूर्य रेखा का प्रबल या उन्नत और स्पष्ट दिखाई देना।

- अंगुलियों का नुकीला, लम्बा और गांठदार होना।

- चन्द्र पर्वत का प्रबल या उन्नत होना।

# अभिनयकर्ता (Actor) – अभिनयकर्ता व्यक्ति के हाथ पर पर्वतों और रेखाओं की स्थिति।

- शुक्र पर्वत का उन्नत होना।

- कलाकार आकृति का हाथ होना।

- बुध पर्वत का उन्नत होना।

- मस्तिष्क-रेखा से एक रेखा का बुध पर्वत को छूना।

# न्यायाधीश (Judge) – व्यक्ति के न्यायाधीश होने की स्थितियां।

- अँगुलियों का लम्बा होना।

- सूर्य पर्वत का प्रबल या उन्नत होना।

- तर्जनी सीधी होना।

- हथेली में चतुष्कोण और साथ ही हथेली का बड़ा होना।

- कनिष्ठिका के पहले पर्व का लम्बा होना।

# ज्योतिषी (Astrologer) – कुछ स्थितियां जो व्यक्ति के ज्योतिषी होने की और संकेत करती हैं।

- गुरु मुद्रिका का होना।

- अँगुलियों का लम्बा और प्रथम और द्वितीय पर्व या पोर का उन्नत होना।

- गुरु पर्वत पर रेखा का होना।

- बुध, शुक्र और शनि पर्वत का उन्नत होना।

- मस्तिष्क-रेखा भाग्य-रेखा के सहयोग से त्रिकोण या चतुष्कोण का बनना।

- मस्तिष्क रेखा का प्रबल और चन्द्र पर्वत से किसी रेखा का मिलना।

# इष्ट साधक (Ishta Sadhak) – 

- भाग्य-रेखा, मस्तिष्क-रेखा और जीवन-रेखा मिल कर हथेली में त्रिकोण की आक्रति का निर्माण करें।

# विद्या योग (Vidya Yoga) –

- किसी रेखा का जीवन से रेखा से होते हुए गुरु पर्वत को छूना।

- सूर्य पर्वत, गुरु पर्वत और बुध पर्वत का प्रबल या उन्नत स्थिति में होना।

# साहित्यकार (Litterateur) – 

- मस्तिष्क-रेखा चन्द्र पर्वत की तरफ झुकी हुई हो।

- कनिष्ठिका का पहला पोर या पर्व लम्बा हो।

- अँगुलियों के सिरे चौकोर और कोमल हों।

# लेखक (Author) – 

- सूर्य पर्वत प्रबल होने के साथ सूर्य रेखा भी प्रबल और स्पष्ट हो।

- मस्तिष्क रेखा शाखायुक्त व सुन्दर हो और उसकी एक शाखा चन्द्र पर्वत की और झुकी हुई हो।


Next - Palmistry in short (Page-3)


Author : Read Rife

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