यह हस्त रेखा शास्त्र संक्षेप में का पेज 4 है इसके पहले दो और अध्याय में हस्त रेखा शास्त्र के कुछ बिन्दुओं का विवरण कर चुके हैं। इसके पिछले अध्याय में जाना व्यवसाय से धनलाभ किसको और किस स्थिति में होता है और प्रेम संबंधो में क्या स्थितियां होगी। इस अध्याय में रेखाओं व पर्वतों के मुख्य संयोग का चौथा पॉइंट दिया गया है रोगों के बारे में किस व्यक्ति के जीवन में किस स्थिति में क्या रोग हो सकता है।
# गुर्दे का रोग (Nephrotic syndrome) –
- प्रथम मंगल पर्वत पर सफेद बिंदु का होना।
- सफेद बिंदु का मस्तिष्क-रेखा के ऊपर होना।
- दोनों हाथों की हृदय-रेखा का टुटा हुआ या खंडित होना।
# हृदय रोग (Heart Disease) –
- काला बिंदु हृदय रेखा पर होना।
- हृदय-रेखा पर दाग और हृदय रेखा का पीला होना।
- बड़ा द्वीप के समान चिन्ह का हृदय रेखा पर होना।
# आंतों का रोग (Intestinal Disease) –
- स्वास्थ्य-रेखा का टूटा या खंडित होना।
- हाथ की रेखाओं का रंग पीला होना।
- नाखून का रंग लाल और उन पर दाग होना।
- हथेली का मुलायम होना।
# दमा-रोग (Asthma) –
- हथेली में छोटा चतुष्कोण का निशान होना।
- स्वास्थ्य रेखा का मस्तिष्क रेखा से मिला हुआ होना।
- एक रेखा का जीवन रेखा को काटते हुए, शुक्र पर्वत से मंगल पर्वत छूना।
# उदर-रोग (Stomach Diseases) –
- नक्षत्र (star) का निशान चन्द्र पर्वत पर होना।
# गठिया-रोग (Arthritis) –
- स्वास्थ्य रेखा का स्पष्ट दिखना।
- जीवन-रेखा की एक शाखा का चन्द्र पर्वत को छूना।
- हथेली की त्वचा का कोमल होना।
- किसी रेखा का चन्द्र पर्वत से जीवन रेखा को काटते हुए आगे बढ़ जाना।
# टी.बी. रोग (TB or Tuberculosis) –
- शनि पर्वत से बुध पर्वत तक मस्तिष्क रेखा का परतदार होना।
- नाखून चौड़े, झुके हुए और रूखे होना।
- द्वीप का निशान स्वास्थ्य रेखा पर होना।
# लकवा रोग (Paralysis) –
- हथेली की त्वचा का मुलायम होना।
- नाखून चपटे होना।
- नक्षत्र (star) का निशान शनि पर्वत पर दिखना।
- मस्तिष्क-रेखा व स्वास्थ्य रेखा जहाँ पर मिलें वहां लाल बिंदु होना।
- हृदय रेखा पर आड़ी(Horizontal) रेखाओं का होना।
- नक्षत्र (star) का चिन्ह जीवन-रेखा के अंत पर होना।
- मस्तिष्क-रेखा व जीवन-रेखा जहाँ पर मिलें वहां भी लाल बिंदु का होना।
# मृगी रोग (Epilepsy) –
- ग्रह पर्वतों का दबा हुआ या निर्बल होना।
- अंगुलियाँ का नुकीला व टेड़ा या मुड़ा हुआ होना।
# आँखों के रोग (Eyes Disease) –
- बिंदु या द्वीप का निशान सूर्य पर्वत के नीचे, हृदय-रेखा या मस्तिष्क-रेखा पर होना।
- हृदय रेखा पर बिंदु का चिन्ह होना।
# पागलपन (Psychosis) –
- मध्यमा अँगुली का टेड़ा या मुड़ा हुआ होना।
- मस्तिष्क रेखा का लम्बा व ढालू होना।
- शनि पर्वत का सामान्य से कमजोर स्थिति में होना।
- क्रॉस का चिन्ह चन्द्र पर्वत पर होना।
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